Rajasthan Tourism Places(राजस्थान में पर्यटन)

 

राजस्थान में पर्यटन



राजस्थान भारत का एक राज्य है जो पर्यटन के लिए सबसे अच्छा राज्य माना जाता है।  राजस्थान राज्य में हर ज़िले में कई दर्शनीय स्थल देखने को मिलते है, यहां विशेषरूप से दुर्ग है जो लगभग हर ज़िले में है। इनके अलावा राजस्थान में कई पौराणिक मन्दिर भी है।

प्राकृतिक सुंदरता और महान इतिहास से संपन्न राजस्थान में पर्यटन उद्योग समृद्धिशाली है। राजस्थान देशीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यकटों, दोनों के लिए एक उचित पर्यटन स्थल है। भारत की सैर करने वाला हर तीसरा विदेशी सैलानी राजस्थान देखने ज़रूर आता है क्योंकि यह भारत आने वाले पर्यकटों के लिए "गोल्डन ट्रायंगल" का हिस्सा है। जयपुर के महलउदयपुर की झीलें और जोधपुरबीकानेर तथा जैसलमेर के भव्य दुर्ग भारतीय और विदेशी सैलानोयों के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक हैं। इन प्रसिद्ध स्थलों को देखने के लिए यहां हज़ारों पर्यटक आते हैं। जयपुर का हवामहल, जोधपुर, बीकानेर के धोरे और जैसलमेर के धोरे काफी प्रसिद्ध हैं। जोधपुर का मेहरानगढ़ दुर्ग ,सवाई माधोपुर का रणथम्भोर दुर्ग एवं चित्तौड़गढ़ दुर्ग काफी प्रसिद्ध है। यहां राजस्थान में कई पुरानी हवेलियाँ भी है जो वर्तमान में हैरीटेज होटलें बन चुकी हैं। पर्यटन ने यहाँ आतिथ्य क्षेत्र में भी रोज़गार को बढ़ावा दिया है। यहां की मुख्य मिठाई "घेवर" है।

अनुक्रम

        
1महल


2चित्र दीर्घा


3लोकप्रिय पर्यटन स्थल


4पर्यटन सर्किट



महल

राजस्थान अपने प्राचीन महलों ,दुर्गों तथा मन्दिरों के लिए जाना जाता है।

·         उम्मैद भवन पैलेस यह राजस्थान का सबसे बड़ा शाही महल है।

·         लेक पैलेस यह अब वर्तमान में एक लग्ज़री होटल है जो उदयपुर में स्थित है।

·         हवामहल जो 'पैलेस ऑफ़ वाइंड' के नाम से भी जाना जाता है , यह जयपुर में स्थित है। इसमें लगभग 950 खिड़कियां है।

 

लोकप्रिय पर्यटन स्थल

 

पुष्कर झील

 अजमेर की ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह।

·         जोधपुर - घंटाघर ,जोधपुर ,मेहरानगढ़ दुर्ग के लिए तथा धोरों के लिए काफी प्रसिद्ध है।

·         बाड़मेर और बीकानेर जो अपनी हवेलियों के लिए प्रसिद्ध है।

·         जैसलमेर - अपने हवेलियों तथा रेगिस्तानी धोरों तथा सुनहरे पत्थरों के लिए जाना जाता है इस कारण सैकड़ों पर्यटक आते जाते रहते है।

पर्यटन सर्किट

राजस्थान में पर्यटन की अपार संभावनाएं है. यहाँ के पर्यटन स्थलों को 10 सर्किटों में विभाजित किया गया हैं. कुछ मैदानी है तो कोई मरुस्थलीय किसी में ऐतिहासिक भवन एवं किले शोभा बढ़ाते है तो कही अभ्यारण्य हैं. जानिये इन दस पर्यटन परिपथ के बारे में.

1.   जयपुर, आमेर

2.   अलवर, सिलीसेढ़, सरिस्का परिपथ

3.   भरतपुर डींग धौलपुर परिपथ

4.   जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, बाड़मेर नागौर परिपथ

5.   चुरू झुंझुनू, सीकर परिपथ

6.   माउंट आबू, सिरोही पाली, जालौर परिपथ

7.   उदयपुर, चित्तौड़गढ़, नाथद्वारा, कुम्भलगढ़, जयसमन्द, डूंगरपुर परिपथ

8.   अजमेर, पुष्कर, मेड़ता, नागौर परिपथ

9.   कोटा, बूंदी, झालावाड़ परिपथ

10. रणथम्भौर, टोंक परिपथ

 

राजस्थान में पर्यटन उद्योग प्रत्येक वर्ष बढ़ रहा है और राज्य सरकार के लिए प्रमुख आय स्रोतों में से एक बन रहा है।  घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है जिसके कारण है की -

 

राजस्थान अपने रीती रिवाजों सांस्कृतिक रंगों, राजसी किलों और महलों, लोक नृत्यों और संगीत, स्थानीय त्योहारों, स्थानीय भोजन, रेत के टीलों, नक्काशीदार मंदिरों, खूबसूरत हवेलियों के लिए जाना जाता है। राजस्थान का जयपुर जंतर मंतर, मेहरानगढ़ किला और जोधपुर का स्टेपवेल, दिलवाड़ा मंदिर, चित्तौड़ किला, लेक पैलेस, बूंदी में लघु चित्रकारी, और कई शहर के महल और हवेलियाँ भारत की स्थापत्य विरासत का हिस्सा हैं। जयपुर, पिंक सिटी, एक प्राचीन स्थल है जो एक प्रकार के बलुआ पत्थर से बना है, जिस पर गुलाबी रंग की सुंदरता दिखती है। जोधपुर मेंअधिकतम घरों को नीले रंग से रंगा गया है।अजमेर में, आनासागर झील और सोनजी की नसियां ​​पर सफेद संगमरमर की बाड़ी है। माउंट आबू के दिलवाड़ा मंदिर, नाथद्वारा का श्रीनाथजी मंदिर, पाली जिले में भगवान आदिनाथ को समर्पित रणकपुर जैन मंदिर, चित्तौड़, जैसलमेर और कुंभलगढ़ के किले परिसर में जैन मंदिर, लोधुरवा जैन मंदिर, सिरोही का मीरपुर जैन मंदिर, कोटपूतली में सरुन माता मंदिर, जोधपुर के बीकानेर और मंडोर के भंडासर और करणी माता मंदिर हैं। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान, सरिस्का बाघ अभयारण्य, ताल छापर अभयारण्य, राजस्थान के वन्यजीव आकर्षण हैं। उदयपुर का मेवाड़ त्यौहार, जयपुर में तीज त्यौहार और गणगौर त्यौहार, जोधपुर का रेगिस्तान त्यौहार, भरतपुर की बृज होली, अलवर का मत्स्य त्यौहार, जोधपुर का पतंग त्यौहार, बीकानेर में कोलायत का मेला राजस्थान के कुछ सबसे लोकप्रिय मेले और त्यौहार हैं, जो पर्यटकों यहां आने के लिए आकर्षित करते है।
अब बात करते हैं उन सबसे आश्चर्यजनक जगहों की जहाँ आपको अवश्य जाना चाहिए।

 

जयपुर-पिंक सिटी 

जयपुर- जीत का नगर, राजस्थान की राजधानी जयपुर को पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है, इस जगह की सुंदरता यहां हवेलियों और किलों की वजह से है।

जयपुर पूरी दुनिया में अपनी खूबूरती के लिए जाना जाता है इसी वजह से यह भारत के सबसे अच्छी जगहों में गिना जाता है,जयपुर के सबसे खूबसूरत जगह सिटी पैलेस, जंतर मंतर, हवा महल, गोविंद देवजी का मंदिर, जल महल, नाहरगढ़ फोर्ट, जैन मंदिर, मोती डूंगरी और लक्ष्मी नारायण मंदिर, स्टैच्यू सर्किल और रामगढ़ झील है। 

आप अपने पूरे जीवन में जयपुर की यादों को अपने साथ रखेंगे, आप यहां खूबसूरत पलों को अपने साथ जरूर ले जाएंगे।


चित्तौड़गढ़

चित्तौड़गढ़ शूरवीरों का एक शहर है, चित्तौड़गढ़ ऐतिहासिक रूप से अपनी वीरता के लिए जाना जाता है, चित्तौड़गढ़ का किला यहाँ के आकर्षण का एक मुख्य कारण हैजो लगभग 700 एकड़ में फैला है।

यहां की लड़ाइयों की कहानी आज भी इतिहास के पन्नों में ताजा है। चित्तौड़गढ़ किले में सबसे प्रसिद्ध आकर्षण, रानी पद्मिनी महल है जिसे रानी पद्मिनी के नाम पर रखा गया है। चित्तौड़गढ़ के सबसे खूबसूरत जगह चित्तौड़गढ़ का किलामीराबाई का मंदिर, कीर्ति स्तंभ /विजय स्तंभ, पद्मिनी का महल, राव रणमल की हवेली, कालिका माता का मंदिर, सूर्यकुण्ड, कुम्भस्वामी का मंदिर, मोती बाजार है।



बीकानेर

बीकानेर शहर की स्थापना 1488 ईस्वी में राव बीका द्वारा की गई थी और अपने छोटे मूल से यह राजस्थान के चौथे सबसे बड़े शहर के रूप में विकसित हुआ है।यह शहर अपनी मिठाइयों के लिए अधिक प्रसिद्ध हैयदि आप राजस्थान राज्य में घूमने आते हैं, तो आप एक बार बीकानेर में स्थित किलों को जरूर देखें  और यहाँ के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद अवश्य चखें। बीकानेर के सबसे खूबसूरत जगह जूनागढ़ किला, करनी माता मंदिर, लक्ष्मी निवास पैलेस, लक्ष्मीनाथ मंदिर, भंडारसार जैन मंदिर, लालगढ़ पैलेस है।

सुनहरा शहर-जैसलमेर

सुनहरा शहर जैसलमेर सँकरी गलियों वाले जैसलमेर के ऊँचे-ऊँचे भव्य आलीशान भवन और हवेलियाँ सैलानियों को मध्यकालीन राजशाही की याद दिलाती हैं। शहर इतने छोटे क्षेत्र में फैला है कि सैलानी यहाँ पैदल घूमते हुए मरुभूमि के इस सुनहरे मुकुट को निहार सकते हैं। माना जाता है कि जैसलमेर की स्थापना भाटी , राव जैसल ने 12 वीं शताब्दी में की थी। इतिहास की दृष्टि से देखें तो जैसलमेर शहर पर खिलजी, राठौर, मुगल, तुगलक आदि ने कई बार आक्रमण किया था।जैसलमेर की शाही इमारतें राजपूत शैली के सच्चे प्रतीक हैं। 

जैसलमेर के सबसे खूबसूरत जगह जैसलमेर का किला, जैसलमेर की जैन धरोहर, लोधरुवा जैन मंदिर, पटवन जी की हवेली, बड़ा बाग में छत्रियाँरेगिस्तान संस्कृति केंद्र और संग्रहालय और जैसलमेर लोकगीत संग्रहालय आदि है।

अजमेर

अजमेर शहर को "अजयमेरु" और 'अजेय हिल्स' के रूप में अनुवादित किया जाता था। अजमेर अरावली पर्वत से घिरा हुआ है। यह एक प्राचीन हिंदू तीर्थ शहर पुष्कर (11 किमी), भगवान ब्रह्मा के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।अजमेर को हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए एक विशेष तीर्थ स्थल माना जाता है। एक प्रमुख तीर्थ स्थल होने के कारण, यह अपने कई आकर्षक पर्यटन स्थलों के कारण दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करता है।HRIDAY - हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ऑग्मेंटेशन योजना के

तहत भारत सरकार की स्मार्ट सिटी मिशन योजनाओं के लिए अजमेर को विरासत

शहरों में से एक के रूप में चुना गया है। अजमेर के सबसे खूबसूरत जगह तारागढ़ किला, मणिबन्ध या चामुंडा माता मंदिर, अकबरी किला और संग्रहालय, आनासागर झील, सोनी जी की नसियां और पुष्कर आदि है।


To Top